कौन करे मोहे पार Gaharee Nadiya Naav Purani,

कौन करे मोहे पार Gaharee Nadiya Naav Purani, कौन करे मोहे पार, तुम बिन, कौन करे। गहरी नदियाँ नाव पुरानी, कैसे मैं उतरूँ पार? गहरी है वह नदियारे, और नाव पड़ी मझधार। खेरा देश कुटुम्म वाँ काम न आवे और न आवे ज्ञान। मात, पिता सब छोड़ें वाँ जब किश्ती हो मझंधार। धन दौलत वाँ … Read more

आए मेरे खुदावंद तू है भला कितना AYE MERE KHUDAWAND TU HAI BHALA KITNA

आए मेरे खुदावंद तू है भला कितना AYE MERE KHUDAWAND TU HAI BHALA KITNA आए मेरे खुदवंद तू है भला कितनाकोई नाप नहीं सकता तू है भला कितना झोलियान भरूं मैं तेरे पियर सेलिपटा ही रहूं अपने दिलदार सेलिपटा ही रहूं अपने दिलदार सेकोई पियर नहीं कर सकता करता तू जितना तेरी खुश्बू मेरे मान … Read more